वन्दे मातरम,
समस्त आत्मीय जनों को आपके अपने गौरव शर्मा "भारतीय" की और से सादर प्रणाम, नमस्कार, सतश्री अकाल, आदाब !!
विगत दिनों त्यौहारों एवं "अभियान भारतीय" को गति प्रदान करने में कुछ अधिक व्यस्त होने के कारण मै आप सभी से रूबरू नहीं हो पाया था, इस दौरान नियमित अपने सभी मार्गदर्शकों, मित्रों एवं शुभचिंतकों को याद करता रहा, सच ऐसे समय में आप सभी के स्नेह, आशीर्वाद एवं अपनेपन की कमी बेहद महसूस होती है जब मै आपसे दूर होता हूँ|
मै देर से ही सही पर आप सभी को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं अशेष शुभकामनायें प्रेषित कर रहा हूँ कृपया स्वीकार कर अनुग्रहित करें, साथ ही आप सभी ने मुझे मेरे जन्मदिन पर जिस प्रकार स्नेह, आशीर्वाद, शुभकामनायें प्रेषित की हैं उसके लिए भी मै आप सभी के प्रति सादर आभार व्यक्त करता हूँ और आप सभी से निवेदन करता हूँ की भविष्य में भी अपना आशीर्वाद मुझपर बनाये रखें एवं मुझे मार्गदर्शन प्रदान करते रहें और मुझसे कभी कोई भूल हो तो कृपया मुझ अकिंचन को माफ़ करें|
आज मै लगभग एक सप्ताह के बाद आपके बिच पुनः उपस्थित हूँ मै आपको बताना चाहता हूँ की इस दौरान मै "अभियान भारतीय" को और अधिक गतिशीलता प्रदान करने में व्यस्त था, निश्चित रूप से सभी मित्रों द्वारा जिस प्रकार से देश के विभिन्न हिस्सों में "अभियान भारतीय" को प्रसारित किया जा रहा है एवं इस निस्वार्थ, गैर जातीय, गैर धार्मिक, गैर राजनैतिक, जनचेत्नात्मक महाभियान को लोगों का अपनापन एवं लोकप्रियता प्राप्त हो रहा है, वह अभूतपूर्व एवं उत्साहवर्धक है| हर जाती,हर धर्म, हर आयु, हर वर्ग ने इस अभियान को अपना माना है इसे अपना समर्थन प्रदान किया है, बेशक वह दिन दूर नहीं जब हमारा उद्घोष:- एक राष्ट्र - एक आवाज़ "हम भारतीय हैं " अपनी सार्थकता को सिद्ध करेगा और हर व्यक्ति भारतीयता की भावना के साथ अपने भारत को पुनः विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित करने में अपना अमूल्य योगदान प्रदान करेगा | मै पुनः आप सभी आत्मीय जनों को दीपावली की अशेष शुभकामनायें प्रेषित करता हूँ एवं आपसे इस महाभियान को जन जन तक पहुँचाने में अपने सार्थक भूमिका को बनाये रखने की कामना करता हूँ |
जय हिंद, जय भारत.
आपका अपना
"भारतीय" {09301988885}
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ReplyDeleteआपके अभियान में शामिल हूँ। आपके साथ हूँ।
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स्वागत!!गौरव शर्मा "भारतीय"
ReplyDeleteविचार अभिव्यक्ति के जरिये समाजोत्थान के कार्य में योगदान के लिये बधाई एवं शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteएक विचार :
"हम सकारात्मक रूप से जहाँ तक सोच सकते हैं, वहाँ तक पहुँच सकते हैं।"
इस बात को मनोवैज्ञानिकों द्वारा प्रमाणित किया जा चुका है।
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
Vandey Matram.....
ReplyDeleteवन्दे मातरम,
ReplyDeletegreat thought but in process of nationalism somewhere humanity weakens, does it?
good blog rasht bhagat ho na ?? dharti ko kyu poojte ho ishwar ko pujo dear !!
ReplyDeleteअच्छा लगा आप हमारे ब्लॉग पर आये । में मानता हु की धरती इश्वर ने बनायीं है और हमें अपने वतन से प्यार होना चाहिए । परन्तु मित्र इसका मतलब यह नहीं है की हम इश्वर को छोड़ के उसकी बने हुई वस्तुओं की पूजा करें । भला निर्जीव वस्तुओं की पूजा करने से क्या मिलेगा । मैंने अपने ब्लॉग पर आपकी कमेन्ट के निचे कई अंश पेस्ट किये है धार्मिक पुस्तकों । कृपया उन्हें पढ़ लें धन्यवाद मित्र ।
ReplyDeleteword verification hata dena dear
गौरव जी अभियान भारतीय को लेकर हमारी शुभकामनाएं सदा ही आपके साथ हैं और इस निस्वार्थ कार्य के लिए जो भी सहयोग वांछनीय होगा, शक्ति भर देने में कोई भी व्यक्ति नहीं चुकेगा.
ReplyDeleteदूसरी बात, आपकी प्रोफाइल को पढ़ना बड़ा अच्छा लगा. आपने मुल्क को माता पिता और भगवान् के समकक्ष रखकर ना केवल इस बात को रेखांकित किया है की हर भारतीय के मन में देश का क्या स्थान होना चाहिए बल्कि हिन्दुस्तान की तमाम विश्व में सुस्थापित संस्कृति का स्मरण कराया है. आपकी प्रोफाइल की बातें इस बात पर शिद्दत के साथ हामी भरती है की इश्वर के द्वारा निर्मित हर शय इश्वर के ही सामान पूजनीय है, वाह... आपकी भावनाए नमन योग्य हैं और यही भावनाए अभियान भारतीय की लोकप्रियता का आधार... शुभकामनाएं.
badhai aur shubhkamnayein aapko bhi bandhu, der se sahi lekin shubhkamnayein kabhi der nahi karti....yakinan.....
ReplyDeletejari rahe abhiyan
दुआ है आपका अभियान सफल हो .....
ReplyDeleteवन्दे मातरम......!!